My 30th Birthday
उम्र मे एक और साल जुड़ गया
अब खुदकी ख्वाइशों को रोक के रखता हु, लोग कहते है तुम में "ठहराव" आ गया है।
पहले खुल के कभी हँस लेता था, अब कभी कभी ज़रा मुस्कुरा देता हूं।
पहले दिल खोलके बातें करता था, अब सोच सोच के नापतोल के बाते करता हु।
मेने वक़्त से दो पल की खुशियां कमायी तो है, पर अपना साल गिरवी रख कर।
मेने तनख्वाह भी कमाई तो है, पर ऑफिस को अपना वक़्त गिरवी दे कर।
अब लगता है लाइफ आफिस, मोबाइल और कंप्यूटर से बचाकुचा वक़्त बनकर रह गयी है, जो कभी नही बचता।
अब लाइफ जैसे excitement नही routine है।
वक़्त बहौत तेज़ी से भाग रहा हैं, मेरी रफ्तार से परे।
मेरी रफ्तार धीरे हो रहि है, मेरी उम्मीदों से परे।
कंधे अब थोड़ा जुक गये है, जिम्मेदारीओ से उम्मीदो से।
अब बालों में हल्की सी सफ़ेदी जलक रही है और चेहरे पर हल्की सी जुर्रिया।
थोड़ी सी तोंद भी आ गयी है। शायद वक़्त की मार हज़म नही हो रही। जैसे जम गई है शरीर पर।
शायद ये भी एक Phase है, निकल जायेगा।
उम्र में एक साल और जुड़ जाएगा।
पर हा गुज़रा हुआ हर साल तज़ुर्बा देकर जाएगा, कुछ यादें देकर जाएगा।
शायद यही मेरी कमाई है। मेरे जीने की तनख्वा।
Happy 30th Birthday to me😊😊😊
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